सतना में अपहरण का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। बेटे ने अपने ही पिता से रकम ऐंठने खुद के अपहरण की साजिश रची और फिरौती की मांग के लिए धमकी भरे मैसेज भेजना शुरू कर दिया। हालांकि वह कामयाब नहीं हो सका और पकड़ा गया।
पुलिस के मुताबिक रामपुर बाघेलान थाना अंतर्गत मनकहरी निवासी संतोष प्रजापति गत 14 अप्रैल को घर से सरकारी अस्पताल जाने के लिए निकला था लेकिन वह लौट कर घर नहीं आया। परिजनों ने तलाश के बाद निराश हो कर उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
इसी बीच 19 अप्रैल को लापता संतोष के मोबाइल फोन से घर के नंबर पर एक मैसेज आया, जिसमें संतोष का अपहरण हो जाने की जानकारी दी गई। उसकी रिहाई के एवज में 3 लाख रुपयों की मांग भी की गई। शुरुआती दौर में परिजन दहशत में आ गए, लेकिन बाद में उन्होंने फिरौती की मांग वाले धमकी भरे मैसेजों के बारे में पुलिस को जानकारी दे दी।
पुलिस की साइबर सेल एक्टिव हुई तो मोबाइल की लोकेशन इटारसी में पता चली। एसपी धर्मवीर सिंह ने एक एसआईटी गठित की और एक टीम इटारसी रवाना कर दी, जबकि अन्य को अन्य स्थानों पर पता लगाने का जिम्मा सौंपा।
टीमें रास्ते पर थी और उधर से मैसेज लगातार आ रहे थे। लिहाजा पुलिस ने संतोष के भाई के साथ फिरौती मांगने वाले की चैटिंग लगातार जारी रखवाई। इसी बीच पुलिस को एक लोकेशन मैहर स्टेशन की मिली। टीम ने वहां दबिश दी तो संतोष हाथ लग गया।
पुलिस ने जब संतोष से पूछताछ की तो उसने कबूल किया कि अपने अपहरण की साजिश उसने खुद रची थी। अस्पताल जाने के बहाने वह गायब हो गया था और फिर अपने अपहरण का किस्सा बना कर अपनी रिहाई के लिए अपने पिता से 3 लाख रुपए वसूलना चाहता था।
संतोष पिता को ठगना चाहता था लेकिन उससे पहले ही वह पकड़ लिया गया। पुलिस अभी उससे पूछताछ कर रही है। अंदेशा है कि इस मामले में खुद के अपहरण की साजिश रचने वाले संतोष के साथ कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं।